आजकल ऐसी – ऐसी बीमारियाँ आ गई हैं, पहले जिनके नाम तक नहीं सुने थे लेकिन आज के समय में इन बिमारियों ने दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है। इन्हीं बिमारियों में से एक है – ब्रेन स्ट्रोक। ब्रेन स्ट्रोक की यह बीमारी किसी व्यक्ति को तब होती है, जब उस व्यक्ति के दिमाग में पर्याप्त मात्रा में oxygen तथा blood नहीं पहुँचता।
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Toggleब्रेन स्ट्रोक में हमारे दिमाग की veins और arteries में clot जमने लगता है। इसके कारण दिमाग का एक हिस्सा काम करना बन्द कर देता है। आज हम जानेंगे कि यह खतरा दिन – ब – दिन क्यों बढ़ता जा रहा है?
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण
- चेहरे का एक तरफ से लटक जाना
- हाथ – पैर में कमज़ोरी आना
- तुतलाना या ज़बान का फिसलना
- याददाश्त कमज़ोर होना
ब्रेन स्ट्रोक के प्रकार
ब्रेन स्ट्रोक का पहला प्रकार है दिमाग की नसों में clot या blockage का होना। दूसरे प्रकार में दिमाग की नस फट जाती है।
ब्रेन स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण के तौर पर दिमाग की veins में blood circulation को रुकने में लगभग 4 से 5 मिनट का समय लग जाता है तथा 5 मिनट के बाद दिमाग की veins में ख़ून जाना बन्द हो जाता है।
ब्रेन स्ट्रोक बढ़ने के कारण
आज के समय का lifestyle ही कुछ ऐसा बन चुका है कि युवा वर्ग बहुत ज़्यादा मात्रा में कॉफी, शराब, smoking आदि जैसी चीज़ों को अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बना चुके हैं और इसी वजह से आज का युवा बहुत छोटी उम्र में ही काफ़ी stressed feel करने लगा है।
इसी के साथ exercise न करना, खराब lifestyle, नींद की कमी, मोटापा, खराब खानपान blood pressure, प्रदूषण आदि जैसी बहुत – सी समस्याएँ युवाओं को अपनी चपेट में लेती जा रही हैं।