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पूरी दुनिया में मचा हाहाकार!!! जानें मोदी सरकार ने ऐसा कौन – सा फैसला लिया

पूरी दुनिया में मचा हाहाकार!!! जानें मोदी सरकार ने ऐसा कौन - सा फैसला लिया

बीते दिनों में आई बाढ़ के कारण खेती को भी भारी मात्रा में नुकसान हुआ और इसका असर इस बात से देखा जा सकता है कि भारत की सरकार ने गैर – बासमती चावल के export पर रोक लगा दी है।

भारत के इस फैसले के बाद ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा आदि देशों में चावल खरीदने के लिए अफरा – तफरी मच गई है। परिणामस्वरूप, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका की supermarkets ने चावल को खरीदने की एक limit fix कर दी है, जिससे चावल की panic खरीददारी को रोका जा सके।

हाल ही में international monetary fund (IMF) ने भारत से request की है कि भारत गैर – बासमती चावल के export पर लगे प्रतिबंध को हटा दे। IMF के अनुसार ऐसे फैसले लेने से पूरी दुनिया पर हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं।

पियरे – ओलिवियर गौरींचस जोकि IMF के एक chief economist हैं, उन्होंने एक press conference में कहा कि इस प्रकार के प्रतिबंधों से विश्व के बाकी देशों में food prices में अस्थिरता बढ़ने की सम्भावना है।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत के प्रतिबंध लगाने पर ठीक वैसा ही effect पड़ेगा जैसा कि यूक्रेन – रूस के बीच ‘काला सागर समझौता’ टूटने से हुआ है। गेहूँ के top exporters में शामिल यूक्रेन ‘काला सागर’ के जरिए अपना गेहूँ world market में भेजता है।

रूस ने हाल ही में इस समझौते को रद्द कर दिया है और इसी की वजह से एकदम से गेहूँ के prices में भारी उछाल आया है। गौरींचस कहते हैं कि साल 2023 में वैश्विक अनाज की कीमतें लगभग 10 से 15% तक बढ़ सकती हैं।

भारत ने क्यों लगाया प्रतिबंध?

भारत सरकार ने आने वाले festival season के दौरान घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और retail prices को control करने के लिए 20 जुलाई को गैर – बासमती सफेद चावल के export पर प्रतिबंध लगा दिया था। हम आपको बता देना चाहते हैं कि देश के कुल चावल निर्यात का लगभग 25% गैर – बासमती सफेद चावल हैं।

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